यूपी बोर्ड नई मान्यता के लिए आवेदन करने वाले स्कूलों में प्रयोगशाला के नियमों को और सख्त करने जा रहा है। अब तक हाईस्कूल विज्ञान वर्ग की नई मान्यता के लिए स्कूल में 25 हजार रुपये तक के उपकरण होना आवश्यक है। यह नियम काफी पुराना हो चुका था। अब बोर्ड ने इसे संशोधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यूपी बोर्ड के नये मानक वर्तमान के 28 हजार से अधिक स्कूलों पर भी लागू होंगे और उन्हें जरूरी संसाधन जुटाने होंगे। इस संबंध में विज्ञान विषय के विशेषज्ञों की एक बैठक 3 अक्तूबर को बोर्ड मुख्यालय में बुलाई गई थी ताकि प्रयोगशाला में भौतिक, रसायनव जीव विज्ञान से संबंधित उपकरणों, मशीनों आदि के मानक नये सिरे से तय किए जा सकें।
इसकी जरूरत इसलिए भी महसूस हो रही थी क्योंकि बोर्ड ने 2018 में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पैटर्न पर आधारित पाठ्यक्रम लागू किया था और उसके अनुसार विज्ञान प्रयोगशाला में अतिरिक्त संसाधन होने जरूरी हो गए हैं। सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने कहा कि प्रयोगशाला के मानकों का नये सिरे से निर्धारण करने के लिए विशेषज्ञों की बैठक बुलाई गई थी। उनसे मिले सुझावों को मार्गदर्शन के लिए शासन को भेजेंगे।
प्रयोगशाला तकनीक को भी कोर्स में किया शामिल
यूपी बोर्ड ने 2018 में जब एनसीईआरटी आधारित कोर्स लागू किया तो पराने कोर्स में कई बदलाव किए थे। कक्षा 11 के प्रैक्टिकल में मूलभूत प्रयोगशाला तकनीकें, रासायनिक पदार्थो का शोधन एवं लक्षण और रासायनिक साम्य पर आधारित प्रयोग भी शामिल किया था। 12वीं में रासायनिक बलगतिकी पर आधारित प्रयोग जोड़ा गया था। नये मानक इन बदलावों के अनुसार तय किए जा रहे हैं।