नकल विहीन परीक्षा की प्रतिबद्धता वर्ष 2020 की हाईस्कूल/इण्टरमीडिएट की परीक्षाओं के पर्यवेक्षण हेतु जनपद स्तरीय पर्यवेक्षण प्रकोष्ठ( Monitoring Cell ) बनाये जाने के सम्बन्ध में

सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश, प्रयागराज ने  समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक, उत्तर प्रदेश को निर्देश दिया  माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षओं को पूर्णतया नकल विहीन कराने एवं उसकी शुचिता एवं गरिमा अक्षुण्ण बनाये रखने हेतु शासन प्रतिबद्ध है। इस प्रतिबद्धता के आलोक में वर्ष 2018 की परीक्षा में प्रथम बार परीक्षा कक्षों में सी०सी०टी०वी० लगवाकर परीक्षाएं आयोजित करायी गयी। वर्ष 2019 की परीक्षा में प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के परीक्षा कक्षों में सी0सी0टी0वी0 के साथ ही साथ वायस रिकार्डर भी लगवाया गया। वर्ष 2020 की परीक्षा हेतु प्रख्यापित केन्द्र निर्धारण नीति शासनादेश सं0 1701/15-7-2019-1(31)/2019 माध्यमिक शिक्षा अनुभाग-7 लखनऊ दिनांक 16 अक्टूबर 2019 में प्रावधान किया गया है कि वर्ष 2020 की परीक्षा हेतु जो भी परीक्षा केन्द्र निर्धारित किये जायेंगे उनमें उपर्युक्त के अतिरिक्त परीक्षा केन्द्रों की समस्त गतिविधियों की मॉनीटरिंग हेतु उनकी वेबकास्टिंग के लिये राउटर लगाये जायेंगे।


वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं हेतु ऑनलाइन चयनित परीक्षा केन्द्रों को अन्तिम रूप प्रदान किये जाने के विषय में दिनांक 27-11-2019 को 10:30 बजे प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में हुई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में प्रदेश के समस्त मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों, समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिनांक 30-11-2019 को प्रत्येक दशा में परीक्षा केन्द्रों को अन्तिम रूप प्रदान किये जाने के साथ ही निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर नकल विहीन परीक्षा सम्पादित कराये जाने के दृष्टिगत निम्नवत् निर्देश प्रदान किये गये हैं:


वर्ष 2020 की परीक्षाओं हेतु निर्धारित परीक्षा केन्द्रों में भौतिक संसाधन युक्त मूल-भूत सुविधाओं में जिन परीक्षा केन्द्रों में वायस रिकार्डर के साथ दोनों ओर सी0सी0टी0वी0 कैमरा, राउटर, ब्राडबैंड कनेक्शन नहीं लगे हैं उनमें उक्त व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लगवाया जाना सुनिश्चित किया जाय। वर्ष 2020 की परीक्षाओं को नकल विहीन सम्पादित कराये जाने के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्र का पर्यवेक्षण वेबकास्टिंग के माध्यम से कराये जाने के सम्बन्ध में उपर्युक्त शासनादेश के प्रस्तर 16 (कांसे (घ) तक में निम्नवत प्रावधान दिये गये हैं, जिन्हें तत्काल पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें।


 समस्त परीक्षा केन्द्रों पर राऊटर लगाये जाने के पश्चात केन्द्रव्यवस्थापकों/प्रधानाचार्यों द्वारा पारदर्शितापूर्ण परीक्षा संचालन की वेबकास्टिंग व्यवस्था की जायेगी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों के केन्द्रव्यवस्थापक/ प्रधानाचार्य द्वारा केन्द्र में लगे DVR का आई०पी० एड्रेस उनकी यूजर आई0डी0 एवं पासवर्ड एक सीलबन्द लिफाफे में परीक्षा प्रारम्भ के एक माह पूर्व ही जिला विद्यालय निरीक्षक को उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।


 जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा जनपद मुख्यालय स्तर पर एक कन्ट्रोल रूम बनाया जायेगा, इसे जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय/राजकीय विद्यालय अथवा जनपदीय राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र में सुविधानुसार स्थापित किया जा सकता है कन्ट्रोल रूम हेतु आवश्यक कम्प्यूटर्स आदि की व्यवस्था जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा उन विद्यालयों से लेकर की जायेगी जो परीक्षा केन्द्र नहीं बनें हैं।  कन्ट्रोल रूम में प्रत्येक कम्प्यूटर पर अधिकतम् 15 से 18 परीक्षा केन्द्रों के सतत निरीक्षण हेतु राजकीय विद्यालयों के दो-दो शिक्षकों की ड्यूटी लगायी जायेगी। निरीक्षण में परीक्षा केन्द्रों पर किसी प्रकार की अनुचित स्थिति परिलक्षित होने पर अथवा सी0सी0टी0वी0 आदि सही ढंग से कार्य नहीं करने पर उसकी सूचना तत्काल जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से सचल दलों को दी जायेगी। इसके साथ ही इसको दैनिक रूप से एक निरीक्षक पंजिका में भी अंकित किया जायेगा।


जनपद मुख्यालय स्तर पर बनाये गये इस कन्ट्रोल रूम की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी द्वारा नामित किसी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा की जायेगी। विगत वर्ष सम्पन्न हुई परीक्षाओं में जिन परीक्षा केन्द्रों पर नकल कराये जाने की संलिप्तता एवं अन्य अनियमितता के दृष्टिगत निरीक्षण अधिकारियों द्वारा आख्या/संस्तुति की गयी थी, उनके सम्बन्ध में यदि परिषद की परीक्षा समिति द्वारा डिबार किये जाने के समुचित साक्ष्य नहीं पाये गये और उन्हें भविष्य के लिए चेतावनी निर्गत की गयी है, और वे वर्ष 2020 की परीक्षा में केन्द्र निर्धारित है तो ऐसे परीक्षा केन्द्रों को अति संवेदनशील परीक्षा केन्द्र की श्रेणी में रखते हुए उन पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट को नियुक्त कर नकल विहीन परीक्षा कराया जाना सुनिश्चित किया जाय।


जनपद परीक्षा केन्द्रों की मानीटरिंग हेतु राजकीय/सवित्त विद्यालयों के कम्प्यूटर से भिज्ञ अध्यापकों की ड्यूटी लगायी जायेगी, जिनका यह दायित्व होगा कि वे निरीक्षण किये जाने वाले परीक्षा केन्द्रों की संदिग्ध गतिविधियों को नियमित रूप से निरीक्षण पंजिका में अंकित करेंगें तथा इसके साथ ही साथ परीक्षा केन्द्रों के पर्यवेक्षण/निरीक्षण हेतु जि०वि०नि० सहित नियुक्त सचल दल के अधिकारियों को भी परीक्षा केन्द्रों की संदिग्ध गतिविधियों पर प्रभावी कार्यवाही करने हेतु तत्काल सूचित करेंगे। परिषद द्वारा आयोजित वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं को शासन की मंशा के अनुरूप नकल विहीन सम्पादित कराये जाने एवं परीक्षा केन्द्रों पर संचालित परीक्षाओं की वेबकास्टिंग के माध्यम से पर्यवेक्षण किये जाने हेतु शासनादेशानुसार जनपद स्तरीय पर्यवेक्षण प्रकोष्ठ(Monitoring Cell) गठित कर अधोहस्ताक्षरी को सूचित करें।